जी20 के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक पहल शुरू की गई

Ankalan 20/8/2023

डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत की जी 20 अध्यक्षता ने "नेटवर्क के नेटवर्क" दृष्टिकोण को अपनाते हुए एक वैश्विक चिकित्सा प्रति-उपाय समन्वय तंत्र बनाने के लिए जी7 देशों, विश्व स्वास्थ्य संगठन और जोहान्सबर्ग प्रक्रियाओं सहित अन्य मंचों के साथ तालमेल में इस एजेंडे को प्राथमिकता दी है।
,  जी 20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के समापन अवसर पर गुजरात के गांधीनगर में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने संबोधित करते हुए कहा कि आइए हम साथ मिलकर कार्य करना जारी रखें, सहयोग को बढ़ावा दें और डिजिटल स्वास्थ्य, अनुसंधान व नवाचार की क्षमता का लाभ उठाएं। इसका उद्देश्य सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक समान पहुंच सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि हमें बहुपक्षीय सहयोग सुनिश्चित करना जारी रखना चाहिए और स्वास्थ्य के क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ावा देना चाहिए। डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए विशेषज्ञता, संसाधनों और रणनीतियों को साझा करना बहुत महत्वपूर्ण है।
,  इसका उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल में भविष्य के निवेश के प्रभाव को बढ़ाने के उद्देश्य से सामूहिक जवाबदेही को बेहतर करते हुए स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य में हाल के और पिछले लाभों को समेकित करना तथा विस्तार देना है।
,  जी 20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक एक परिणामी दस्तावेज़ को अपनाने के साथ-साथ डिजिटल स्वास्थ्य की वैश्विक पहल के शुभारंभ के साथ संपन्न हुई है।
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,  इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेबियस, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रविण पवार तथा प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल भी शामिल हुए।
,  बैठक के दूसरे दिन भारत की दो जी 20 स्वास्थ्य प्राथमिकताओं पर महत्वपूर्ण सत्र आयोजित हुए। इनमें सुरक्षित, प्रभावी, गुणवत्तापूर्ण एवं किफायती चिकित्सा उपायों की उपलब्धता व पहुंच पर ध्यान देने के साथ ही फार्मास्युटिकल क्षेत्र में सहयोग को विस्तार देना- वैक्सीन, चिकित्सा और निदान तथा डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार व सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज में सहायता एवं स्वास्थ्य देखभाल सेवा वितरण में सुधार के लिए समाधान करना शामिल हैं। जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के अंतिम दिन भारत की अध्यक्षता के तहत वित्त और स्वास्थ्य मंत्रिस्तरीय पहली संयुक्त बैठक भी हुई।
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,  वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्रिस्तरीय पहले संयुक्त सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और डॉ. मनसुख मांडविया ने की। बैठक में चर्चा के दौरान, वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्रियों ने वित्त और स्वास्थ्य संयुक्त कार्य बल (जेएफएचटीएफ) के तहत वित्त तथा स्वास्थ्य मंत्रालयों के बीच बेहतर सहयोग के माध्यम से महामारी की रोकथाम, निपटने की तैयारी और कार्रवाई (पीपीआर) के लिए वैश्विक स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त करना जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
,  निर्मला सीतारमन ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत संयुक्त कार्य बल ने पहली बार एक बहु-वर्षीय कार्य योजना को अपनाया है और चयनित प्रमुख क्षेत्रीय संगठनों को भी इसमें आमंत्रित किया है, जिससे कम आय वाले देशों की आवश्यकताओं को भी सामने रखा जा सके। वित्त एवं स्वास्थ्य मंत्रियों ने भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान जेएफएचटीएफ द्वारा दिए गए विचारों का स्वागत किया जिनमें निम्नलिखित बिंदु शामिल किये गए हैं:
,  विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व बैंक, अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष और यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के बीच सहयोग के माध्यम से आर्थिक परेशानियों तथा जोखिमों (एफईवीआर) के लिए रूपरेखा बनाई गई है।
,  इस कार्यक्रम में नीति आयोग से वीके पॉल (सदस्य) स्वास्थ्य, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव सुधांश पंत, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक राजीव बहल, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव लव अग्रवाल और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित राष्ट्रों के स्वास्थ्य मंत्रियों तथा प्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

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