एमएसएमई से लेकर भारी उद्योगों तक किए जा रहे सामूहिक प्रयासों से निर्यात क्षेत्र में वृद्धि हुई है: ओम बिरला

Ankalan 16/9/2023

नई दिल्ली,: लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला ने  नई दिल्ली में निर्यात में उत्कृष्टता के लिए केपेक्सिल (CAPEXIL) द्वारा आयोजित और भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रायोजित पुरस्कार वितरण समारोह में विशिष्ट सभा को संबोधित किया।
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,  इस अवसर पर  बिरला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए,  निर्यातकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वैश्विक निर्यात क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए, बिरला ने आशा व्यक्त की कि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सभी व्यक्ति कड़ी मेहनत करते रहेंगे और देश को गौरवान्वित करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों से आर्थिक विकास हुआ है और दुनिया भर में भारतीय ब्रांड और विनिर्माण मजबूत हुआ है।  बिरला ने यह भी कहा कि एमएसएमई से लेकर प्रमुख उद्योगों तक, देश भर में किए जा रहे सामूहिक प्रयासों से निर्यात क्षेत्र में वृद्धि हुई है।
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,   बिरला ने कहा कि विश्व में भारत द्वारा किए जा रहे निर्यात के संदर्भ में,  वर्तमान समय में दुनिया भर के अधिकांश देश विभिन्न क्षेत्रों में नए नवाचार और अनुसंधान के आधार पर व्यवसाय बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे समय में, भारत को यह सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव प्रयास करने चाहिए कि देश प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और नवाचार में अग्रणी बना रहे। प्रधान मंत्री, नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का उल्लेख करते हुए  बिरला ने कहा कि प्रधान मंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में विकास किया है। हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन का उल्लेख करते हुए, बिरला ने उल्लेख किया कि इस शिखर सम्मेलन के दौरान, भारत ने "वसुधैव कुटुंबकम" के मूल्यों के आधार पर पूरी दुनिया को एकजुट करने की दिशा में प्रयास किए।  बिरला ने यह भी कहा कि प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के सामने आने वाली हर बड़ी चुनौती का समाधान प्रदान कर रहा है।
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,  यह टिप्पणी करते हुए कि आज का भारत सर्वसम्मति के आधार पर दुनिया के सामने आने वाली विभिन्न वर्तमान और भावी चुनौतियों का समाधान प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है,  बिरला ने कहा कि यह इसीलिए संभव हुआ है क्योंकि भारत केवल अपनी समृद्धि और कल्याण ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व की समृद्धि और कल्याण के लिए कार्य कर रहा है ।
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,  भारत में तीव्रगति से हो रहे औद्योगिक और तकनीकी विकास का उल्लेख करते हुए, बिरला ने कहा कि कृषि से लेकर अंतरिक्ष और रक्षा तक, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें भारत ने प्रगति नहीं की है। उन्होंने यह भी कहा कि आर्थिक वृद्धि करने के साथ ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और हमारे लोग और हमारी विविधता हमारी ताकत है। वर्तमान समय में हो रहे बदलावों के बारे में बात करते हुए,  बिरला ने कहा कि हमारे उद्योग टिकाऊ और पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल प्रौद्योगिकियों की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, जिसके फलस्वरूप अत्यधिक प्रतिस्पर्धी वैश्विक परिदृश्य में भारतीय उद्योग और अधिक प्रतिस्पर्धी बन रहे हैं।
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,  यह टिप्पणी करते हुए कि मानव संसाधन किसी भी राष्ट्र के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बिरला ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के लिए एआई, रोबोटिक्स और स्वचालन प्रणाली जैसी बेहतर प्रौद्योगिकियों के विकास के साथ मानव संसाधनों का विकास करना आवश्यक है। श्री बिरला ने यह भी कहा कि यह सच है कि कुछ विकसित देश प्रौद्योगिकी और नवाचार के मामले में भारत से आगे हो सकते हैं, परंतु भविष्य में भारत अपने कुशल मानव संसाधनों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के आधार पर दुनिया का मार्गदर्शन करेगा।
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,  निरंतर हो रहे आर्थिक विकास के कारण लोगों की बढ़ती क्रय शक्ति की बात करते हुए,  बिरला ने इस बात की सराहना की कि आज भारत दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा कर रहा है बल्कि साथ ही दुनिया के विकसित देशों को विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात भी कर रहा है।बिरला ने यह भी कहा कि भारत का निर्यात लगातार बढ़ा है और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने की इसकी ताकत भी बढ़ी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए नवीनतम नवाचारों का उपयोग किया जाना चाहिए ।
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,  आर्थिक विकास में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स के महत्व का उल्लेख करते हुए,  बिरला ने इन सभी पहलों का श्रेय प्रधान मंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया, जिससे लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों के फलस्वरूप आज दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां विनिर्माण के लिए भारत की ओर देख रही हैं। इससे एमएसएमई क्षेत्र में निरंतर विकास हो रहा है और रोजगार सृजन हो रहा है, जिससे समाज के गरीब और वंचित वर्गों के युवाओं को लाभ हो रहा है। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग संबंधी स्थायी समिति के सभापति और राज्य सभा सदस्य, भुवनेश्वर कालिता भी उपस्थित थे ।

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