डॉ. मनसुख मांडविया ने लौह पुरुष पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सरदार@150 एकता मार्च का शुभारंभ किया

Ankalan 6/10/2025

“सरदार@150 एकता मार्च युवाओं द्वारा और युवाओं के लिए होगा” - डॉ. मनसुख मांडविया केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने केंद्रीय राज्य मंत्री  रक्षा खडसे के साथ मिलकर सरदार पटेल की चिरस्थायी विरासत को स्मरण करने के लिए 'माई भारत' के नेतृत्व में एक राष्ट्रव्यापी अभियान, 'सरदार@150 यूनिटी मार्च' के शुभारंभ की घोषणा की । दो महीने तक चलने वाली इस पहल का उद्देश्य युवाओं में एकता, देशभक्ति और नागरिक जिम्मेदारी की भावना जगाना, भारत को एकजुट करने की सरदार पटेल की विरासत का सम्मान करना और उन्हें 'एक भारत, आत्मनिर्भर भारत' के आदर्शों को दैनिक जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।राष्ट्रनिर्माण में जनभागीदारी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा "माई भारत" के माध्यम से आयोजित की जा रही "विकसित भारत पदयात्राएँ" राष्ट्रव्यापी पहल हैं जिनका उद्देश्य राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देना, एकता की भावना को सुदृढ़ करना और स्मृति एवं सहभागी कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं में नागरिक जुड़ाव को गहरा करना है। सरदार@150 एकता मार्च भी इसी व्यापक दृष्टिकोण का एक हिस्सा है। यह अभियान राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में आप, विशेष रूप से अमृत पीढी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है और भारत के महान नेताओं के शाश्वत योगदान के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में कार्य करता है।वर्ष 2025 भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती होगी। उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार, देश के लिए सरदार पटेल के अमूल्य योगदान को याद करने के लिए, 2024 से 2026 तक दो वर्षीय समारोह मनाएगी।डॉ. मांडविया ने कहा कि सरदार@150 एकता मार्च केवल एक स्मरणोत्सव नहीं है, बल्कि युवाओं को राष्ट्र निर्माण में शामिल करने और एक विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ाने का एक राष्ट्रीय आंदोलन है। उन्होंने युवाओं से सरदार वल्लभभाई पटेल की विचारधारा और भावना को अपने जीवन में आत्मसात करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सरदार@150 एकता मार्च "युवाओं द्वारा और युवाओं के लिए" होगा, जिसकी सभी तैयारियाँ और व्यवस्थाएँ एनएसएस और माई इंडिया के युवा स्वयंसेवकों द्वारा की जाएँगी।केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से सरदार पटेल के निस्वार्थ सेवा, एकता और राष्ट्र निर्माण के आदर्शों को अपनाते हुए सभी पहलों में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया। 560 से ज़्यादा रियासतों को एकजुट करके एक मज़बूत और अखंड भारत बनाने में सरदार पटेल की भूमिका से प्रेरणा लेते हुए, उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को इस पदयात्रा के माध्यम से "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का संदेश फैलाते हुए, एक विकसित भारत के निर्माण के लिए एकजुट होना चाहिए। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रत्येक युवा भारतीय उनके जीवन और नेतृत्व से प्रेरणा लेगा तथा एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा।अभियान का पहला चरण 31 अक्टूबर से 25 नवंबर, 2025 तक आयोजित ज़िला-स्तरीय पदयात्राएँ होंगी। ये पदयात्राएँ प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में लगातार तीन दिनों तक चलेंगी और देश भर के सभी ज़िलों को कवर करते हुए प्रतिदिन 8-10 किलोमीटर की पदयात्राएँ की जाएँगी। प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में राज्य के कैबिनेट मंत्रियों और लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों के नेतृत्व में, ये पदयात्राएँ सड़कों पर सच्चे " लघु भारत" को दर्शाएँगी , जहाँ स्थानीय संस्कृतियों और परंपराओं की समृद्धि प्रदर्शित की जाएगी और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को उजागर किया जाएगा।पदयात्रा के दौरान, प्रतिभागी सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमाओं और चित्रों पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और आत्मनिर्भर भारत की शपथ लेंगे। एक भारत, आत्मनिर्भर भारत की थीम पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे, जिसके बाद भागीदारी प्रमाण पत्र वितरित किए जाएँगे। इसके साथ ही, पदयात्रा मार्ग पर मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डालने वाले जागरूकता स्टॉल भी लगाए जाएँगे।राष्ट्रीय स्तर की पदयात्रा 26 नवंबर, 2025 यानी संविधान दिवस से शुरू होकर 6 दिसंबर, 2025 को समाप्त होगी । यह ऐतिहासिक पदयात्रा सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्मस्थली करमसद से शुरू होकर 152 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और केवडिया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर समाप्त होगी । केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया इस पदयात्रा में शामिल होंगे।

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